ब्रिटेन की अर्थव्यस्था भारत की संपत्ति है ?
ISIS से बड़ा गुनेहगार ब्रिटेन जैसे देश है, ब्रिटेन एक ऐसा देश है जिसने भारत पर तकरीबन 250 सालो तक राज किया! ईसाइयो का ऐसा तबका जिसका एकमात्र मकसद दूसरे देशो का धन लूट कर और उन देशो के लोगो को गुलाम बना कर सब कुछ हथिया लेना इनका एकमात्र मकसद रहा. जब अंग्रेज भारत आये थे तब इनका देश घोर मंडी और गरीबी के संकट से गुजर रहा था! उस गरीबी और भुखमरी को दूर करने के लिए और अपने ईसाई धर्म को सारी दुनिया में स्थापित करने के इन्होने भारत देशो में धोखे और छल से व्यापर स्थापित किये उन पर उनपर कब्ज़ा कर लिया !
अंग्रेजो ने भारत( जो उस समय सोने की चिड़िया के नाम से भी जाना जाता था) को जी भर के लूटा, धन दौलत, हीरे जवाहरात, सोना चांदी , मांडिक्य, और सैकड़ो तरह के खजाने को जी भर के लूटा सैकड़ो की संख्या में बड़ी बड़ी जहाजो में खजाना भर भर का 250 सालो तक भारत से लूट कर ले गए. भारत में जहा जहा ये लूट करते वह के लोगो गुलाम बनाते या मार डालते गए औरतो का लाखो की संख्या में बलात्कार कर उन्हें गुलाम बनाया या फिर मार डाला गया ! पति के मरे जाने पर या सामूहिक बलात्कार के कारन औरते सती होने लगी.
अंग्रेजो ने जब 250 सालो तक भारत पे राज किया उस समय उन लोगो ने भारत में बहुत सी सड़को, इमारतों, और कानूनो को बनाया ये सब उन लोगो ने अपने इस्तेमाल के लिए बनाए थे न की भारत के विकास के लिए.
अंग्रेजो ने भारत की संस्कृती को पूरी तरह नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोडा था! भारत को हर तरह से बर्बाद और तबाह किया !
ISIS जैसे आतंकवादी संगठन ने जितनी तबाही मचा रखी है वो अंग्रेजो की उस तबाही के आगे बहुत काम है जो उनलोगो ने 250 सालो में भारत में की थी।
अगर ये कहा जाये के ब्रिटेन में आज जितना भी धन और पैसा है वो सब भारत का है तो ये गलत नहीं होगा. अंग्रेजो की अर्थव्यस्था की हर एक इंट भारत के लुटे हुए पैसे से चल रही है. ब्रिटेन की महारानी भारत से लुटे हुए कोहिनूर हीरे को अपने ताज में आज भी धारण किये हुए भारत पर की गई अपनी उस लूट पर गर्वित होती है.
- गरीबी
- भुकमरी
- पाकिस्तान (कभी भारत का हिस्सा था )
- बांग्लादेश (कभी भारत का हिस्सा था )
- म्यांमार (कभी भारत का हिस्सा था )
- जम्मू कश्मीर (आज कश्मीर के बहुत बड़े हिस्से पे पाकिस्तान और चीन का कब्ज़ा है)
- अशिक्षा
- कुपोषण
- हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई (पहले सब एक दूसरे से मिल कर रहते थे)
- साम्प्रदायिकता
- दंगे
- इत्यादि
अंग्रेज भारत को पूरी तरह लूटने और बर्बाद करने के बाद भी यहाँ से जाना नहीं चाहते थे ! उनको भगाने के लिए हमारे देश के कितने ही क्रांतिकारियों ने अपने आप को बलिदान कर दिया. जाते-जाते भी अंग्रेज भारत के टुकड़े कर गए पाकिस्तान बना कर हिन्दुओ और मुस्लिमो में लड़ाई करा गए! अंग्रेजी और अंग्रेजी कल्चर भारतीय संस्कृती का विनाश करने के लिए छोड़ देश की राष्ट्र भाषा हिंदी का सदा ही दमन किया !
अंग्रेजो के दिए जख्म ऐसे है जो कभी नहीं भर सकते!
ब्रिटेन को अपनी इस मानसिकता और करनी पर कभी दुःख और शर्म महसूस नहीं हुआ! वो लगातार भारत की गरीबी, और हालत पे कसीदे व तंज कस्ता रहा है! जो उसी की देन है और खुद भारतीय लोग उनकी भाषा, संस्कृती, ज्ञान, और अर्थव्यस्था को हमेशा भारत से बेहतर मानते रहे है और अंग्रेजो की हर चीज की महिमा मंडन करते रहते है! ठीक उस तरह जैसै अपनी लूटी हुई माँ की असमत पे कोई बालक हस रहा हो!
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